भगवान बुद्ध का कर्म सिद्धांत को समझना आवश्यक – लिखनदास नंदागवली
ग्राम शाखा छिपिया में वर्षावास कार्यक्रम का आयोजन
✍विजेंद्र मेश्राम✍
गोंदिया जिल्हा प्रतिनिधी
89750 19967
गोंदिया : – तथागत भगवान गौतम बुद्ध के कर्म सिद्धांत को समझना अत्यंत आवश्यक है पाप कर्म न करें व कुशल कर्म करें साथ ही तथागत गौतम बुद्ध का धम्म यह विज्ञानवादी है उक्त आशय के उद्गार भारतीय बौद्ध महासभा तालुका शाखा के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान पर्यटन उपाध्यक्ष लिखनदास नंदागवली ने भारतीय बौद्ध महासभा तालुका शाखा,सर्कल शाखा व ग्राम शाखा छिपिया के संयुक्त तत्वावधान मे आयोजित वर्षावास कार्यक्रम के तीसरे टप्पे के आयोजन अवसर पर व्यक्त किए इस कार्यक्रम का आयोजन 24 जुलाई रविवार को दोपहर 12:00 बजे से ग्राम शाखा छिपीया मे संतोष उके इनके निवास स्थान पर सर्कल अध्यक्ष योगीराज वंजारी इनकी अध्यक्षता मे लीया गया सर्वप्रथम तथागत भगवान गौतम बुद्ध व बोधिसत्व परम पूज्य डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया इस अवसर पर भारतीय बौद्ध महासभा तालुका महासचिव कोमलकुमार नंदागवली, सर्कल कामठा अध्यक्ष योगीराज वंजारी, कार्यालयीन सचिव विजय मेश्राम,लेखा जोखा अध्यक्ष मयाराम गजभिए, महिला उपाध्यक्ष अस्मिता उके,निर्जला भिमंटे,दिपीका श्यामकुवर,हिराबाई गेडाम,झेलना उके, वंदना खोब्रागडे,ओमकार भिमंटे,निर्मला आर.उके, प्रमिला उके,अनिता उके,निर्मला बि.उके आदि प्रमुखता से उपस्थित थे उपस्थित प्रमुख मार्गदर्शको ने वर्षावास, भगवान बुद्ध का कर्म सिद्धांत, बुद्ध धम्म व विज्ञान इन विषय को लेकर धम्मदेशना की कार्यक्रम का संचालन महासचिव कोमलकुमार नंदागवली ने किया व आभार विजेंद्र मेश्राम ने माना