सिरोंचा मे फिर बाढ़ से हुवा जनजीवन अस्ताव्यस्त,  दो माह में तीन बार जल प्रलय, आफत में मानवसेवा का दर्शन

अमितकुमार तिपट्टी

अहेरी उप-जिला प्रतिनिधी

मो: 9422891616

गडचिरोली जिले के सिरोंचा तहसील में इस वर्ष जल प्रलय देखने को मिला जुलाई माह में नदियों ने अपने मर्यादा तोड़कर गाव खेत खलियानों में घुस का अपना रौद्र रूप दिखाया हजारो बेघर हुवे हजारो हैक्टर जमीन (खेत) बर्बाद हुवे ऐसे वैसे लोगो ने अपना जीवन सवारा और अपने बिखरे टूटे फूटे आशियाने में लौट ही रहे थे के फिर अगस्त माह के पहले हप्ते फिर बाढ़ आयी और लोग फिर अपना आशियाना छोड़ सड़क पर आ गए कुछ दिन बीते के नही फिर 15 अगस्त के दूसरे दिन से नदियों का जल स्तर बढ़ने लगा और लोगो दहाशियत का वातावरण बन गया तीसरी बाढ़ को देखकर लोगो सहमे से रह गए खेत खलियानों बर्बाद हो गए आशियाने टूट गए कुदरत के आगे सब नतमस्तक रह गए है।

  ऐसे में छेत्तीसगड से तेलंगाना महारास्ट्र आने वाले मुसाफिरो को तो बेहद तकलीफों का सामना करना पड़ गया तहसील गुजरने वाले हाईवे 63 पर सोमनपल्ली गाव है जो के हल की सी बाढ़ से प्रभावित हो जाता है।20 से 25 मुसाफिर घने जंगल के बीच फस गए इंद्रावती नदी को आयी बाढ़ से सड़क बन्द होने की वजह से ना वो वापस लौट सके ना आगे बढ़ सके ऐसे में क्या कर सकते है पर कहते है ना ऊपर वाला किसी ना किसी रूप में मद्दत के लिए आही जाता है पास के देहात में रहने वाले 

धर्मय्या जी बोरे काका ने मोर्चा सम्भला और बाढ़ पीड़ितों के लिए मसीहा बन कर आये उन्होंने मुसाफिरो के लिए मुफ्त में अन्नदान का कार्यक्रम शुरू किया देखते देखते लोगो की भीड़ जम गयी और अनेक भूखों ने भर पेट खाना खाया और धर्मय्या काका को धन्यवाद कहा.

ऐसे ये पहला अवसर नही था धर्मय्या काका ने जुलाई महीने में आयी बाढ़ में भी लोगो की मद्दत की पर वो सेल्फी निकालकर सोशल मीडिया पर वाह वाही लूटना नही चाहते थे। उन्होंने कहा मानव सेवा ही माधव सेवा है।

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