स्त्री हूँ मै।

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स्त्री हूँ मै।

कवीयत्री मयूरी टेंभरे, नागपुर

I am a woman.

स्त्री हूँ मै।
किसी की माँ, बहन, बीबी, सहली हूँ मैं।
स्त्री हूँ मै।
चाहे जो रिस्ता बनालो सबकी अपनी हूँ मैं।
स्त्री हूँ मै।
मुझे समझना, अपने विचरोंमे लाना मुमकिन नही।
स्त्री हूँ मै।
सबका करके भी लोग़ पुछते हैं, किया क्या तुम्हने।
स्त्री हूँ मै।
सबको अपना समझकर प्यारसे सबको चलने वाली।
स्त्री हूँ मै।
चाहे दो मुझे तुम कितने भी नाम, ताने सब सहू हसके।
स्त्री हूँ मै।
तुम दो मुझे चाहे कितनी भी तकलीफ,
फिर भी हसकर मैं कहूँ तुम हो सब मेरे अपने।
स्त्री हूँ मै।
मेरी ना कोई भाषा, परिभाषा
समझना चाहों तो भी अधूरी हूँ मैं
स्त्री हूँ मै।
स्त्री हूँ मै।