आधुनिक स्री विकस प्रतिष्ठान के माध्यमसे आँगस्ट के 24 तारीख को राशन वाटप कार्यक्रम का आयोजन किया है । यह वाटप कार्यक्रम आधुनिक स्री विकस प्रतिष्ठान के अध्यक्षा विद्या सरमळकर और संगीता मर्गज इन्हके निगरानी मे हो रहा है । साथ ही प्रेमावती सरमळकर , गौरी शेखरन , पुजा कांबळे , नीता राठोड , रुखसार शेख इन्होंने कार्यक्रम की जिम्मेदारी उठाई है ।
लाँक डाऊन और अनलाँक में केंद्र सरकारने और राज्य सरकारने 3 महीने का गेहू, चाँवल राशन दुकानोंके माध्यम से गरीबोंको बाटा था।पर नमक मिर्च पावडर , तेल ऐसी अन्य सामग्री नही हों तो क्या ख़ाना पक सकता हैं, यह सोच कर प्रतिष्ठानने पिछले दो महीनोंमें अन्य सामग्री बाटी थीं और अब भी आँगस्ट महीने मे भी कोई व्यापार, रोजगार पूरी तरहसे, अभी भी चालू नही हुआ है। नौकरी-धंदा बहूतही मंदा है।लोगोंके बहोत हाल हो रहे हैं, पर पेट की आग बुझाने का कोई साधन लोगोंके पास नही है। यह बात आधुनिक स्री विकास प्रतिष्ठान के कार्यकर्ताओंने सोची और घरोंमे- बस्ती में जा जाकर लोंगोसे बातकी हाल हवाल पुछा तभी यह लोंगोंसे पता चला की “बहोत खाने के हाल हैं” ज़्यादा दिक़्क़त वाले लोगों की लिस्ट बनाकर 24 आँगस्ट को राशन का वाटप करनेके लिए आधुनिक स्री विकस प्रतिष्ठान आगे बढे है । इस संस्था के पास जो निधी था वह पिछले ३ महीनेसे राशन, मास्क, सनिटीजेर बाटने के लिए ख़र्च कर दिए साथ ही लोंगोमें कोरोना का डर कम हों जाये और सभी अपनी अपनी सुरक्षा करे इस तरह का जनजागरन कार्यक्रम बस्ती बस्तीमें जाकर किया।अभी यह सामग्री हम संस्था के पदाधिकारि, कार्यकर्ता और समाज के संवेदनशील नागरिकोंके सहकार्य से कर रहे हैं। उन्ह सभी के आभार।
-विद्या सरमलकर